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Wellness & Wanderlust: The Soulful Indian Journey

The Soulful Indian Journey

Introduction

भारत एक विविधता वाला देश है। भारत में हर 10 किलोमीटर में जाति बदल जाती है,100 किलोमीटर में भाषा बदल जाती है, और 300 किलोमीटर में लोगों का पहनवा बदल जाता है। भारत विश्व भर में से सबसे अधिक विविधता वाला देश है। यहां पर कदम कदम पर अलग-अलग जाति,वर्ग, समुदाय के लोग रहते हैं।

  • इतनी विविधता होने के बाद भी भारत के सारे समुदाय,वर्ग, धर्म,जाति के लोग एक साथ मिलजुल करके रहते हैं और यही भारत की अखंडता एकता को बरकरार रखता है। भारत में हिंदू, मुस्लिम , सिख, ईसाई, बौद्ध ,जैन, पारसी आदि व धर्म के लोग मित्रता पूर्वक रहते हैं। भारत में कई जातियां हैं जैसे कि ब्राह्मण, क्षत्रिय ,वैश्य,अंसारी, हुसैन,अरोड़ा,पंजाबी ,सिख, क्रिश्चियन, जैन, बौद्ध ।
  • इतनी विविधता के बाद भी ना लोगो में न कोई ऊंचा है न कोई नीचा है, ना भेदभाव है, ना कोई छोटा या बड़ा है। शायद यही वजह है कि आज भारत इतने सालों तक एक सूत्र के धागे में बना रहा। भारत कई भाषाओं, कई धर्म के जननी है,यहां अनेक साधु संत हुए जिन्होंने अपने तपस्या से,अपने कर्मों से भारत को दूसरे देशों से अलग बनाया। उन्हें सब कर्म से भारत विश्व भर में अपनी अलग पहचान बनता है।

Wellness & Wanderlust: The Soulful Indian Journey

  • भारत के पास ऐसी बहुत सारी धरोहर है जो खुद में काफी विशिष्ट है। भारत की कला सभ्यता, संस्कृति, विश्व भर में विख्यात है। भारत में मंदिरों के बनाए गए डिजाइन, उसकी अनोखी शैली, पुराने सभ्यता के आर्किटेक्चर, स्तूप आदि ऐसे कई उदाहरण है जिससे कि मान पाना असंभव है कि उस जमाने में ऐसी भी कला हो सकती थी।
  • भारत सदा से हे विविधता वाला देश रहा है तो संभव है कि हर धर्म, जाति के लोग अपने पहचान के लिए कुछ ना कुछ बनवाया हो। इसी का परिणाम है कि भारत के पास आज अनेक धरोहर है।

वेलनेस और वांडरलास्ट का अर्थ(The Meaning of Wellness and Wanderlust):

वेलनेस(Wellness): आज की जनरेशन का हर युवा, हर व्यक्ति यह नहीं कह सकता की पूरी तरह से फिट है। हर बच्चे को कुछ ना कुछ तरह की बीमारी है। वैलनेस का मतलब है स्वस्थ रहना। स्वस्थ सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक, आध्यात्मिक और भावात्मक रूप से भी।

वांडरलास्ट(Wanderlust): कहते हैं कि जितना आप नई जगह पर घूमेंगे उतना ही आपको जीवन का अनुभव प्राप्त होगा। क्योंकि जब आप नई जगह पर घूमते हैं तो नए लोग, नए मौसम,नई सभ्यता ,दूसरे जाति एवं नई सोच से मिलते हैं जो आपके व्यक्तिगत जीवन में काफी बदलाव लाता है। क्योंकि जब आप नई लोगों से मिलते हैं तो संभव होता है कि आपका गुण उसमें और उसका गुण अपने आए। इसीलिए बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि लोगों को अपने जीवन में जब कभी समय मिले तो बाहर घूमने निकाल(The Soulful Indian Journey) जाना चाहिए।

भारत के ऐसी जगह जो वेलनेस और वेंडर लास्ट के लिए उपयुक्त है :

  • भारत में से कई जगह है जो अपनी अनोखी पहचान लिए बैठा है। भारत के उन जगह की तारे पौराणिक तत्व से जुड़ी हुई है। कोई ध्यान और अध्यात्म के लिए महत्वपूर्ण है तो कोई आयुर्वेद के लिए। किसी ने पूरे विश्व को योग की दिशा दिखाएं तो किसी ने सांस्कृतिक धरोहर को बचाए रखा। कोई जगह अपने राजशाही खाने के लिए प्रसिद्ध है तो कोई जगह हिमालय वाले बर्फीले जगह पर ट्रैकिंग के लिए।
  • भारत विश्व भर में एक ऐसा देश है जिसमें प्रकृति के सारे गुण समाएं हुए हैं इस देश में पहाड़ है तो पत्थर भी है, समुद्र, नदी, तालाब,झरने, जंगल, बीहड़, रेगिस्तान ,बर्फीले जगह एवं पुराने सभ्यता के उच्च कोटि की कला दिखाते हुए मंदिर।भारत वह भूमि है जहां पर महावीर स्वामी को ज्ञान की मिला, यह वही भूमि है जहां पर भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति हुई।
  • भारत की भूमि है सनातनी की इसी धरती पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया। इस धरती पर अनेक महाकाव्य, पुराण उपनिषद लिखे गए।

आयुर्वेद उपचार:

केरल:– केरल पौराणिक समय से ही आयुर्वेद उपचार का केंद्र बना हुआ है। यहां पर ऐसे कई मुनि और सुबह जिन्होंने आयुर्वेद की कई जाड़े की खोज की। अगर आप आयुर्वेद उपचार के लिए तो केरल उचित चयन हो सकता है।
● केरल थायराइड और अन्य आयुर्वेद उपचारों के लिए प्रसिद्ध है
● हंशपदादी,सुदर्शन टैबलेट, धन्वंतरम थैलम अन्य कई उपचार औषधि है जो अलग अलग समस्याओं को दूर करती है।
● कुमारकोम और कोलम मैं आपको ठहरने के लिए अच्छे-अच्छे रिसॉर्ट मिल जाएंगे।

योग और आध्यात्मिक की नगरी:

ऋषिकेश:– हरिद्वार से 24 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित ऋषिकेश योग की राजधानी मानी जाती है। ऋषिकेश न सिर्फ योग और अध्यात्म को लेकर के विषय प्रसिद्ध है बल्कि इसकी प्रसिद्धि महादेव नीलकंठ के मंदिर से है। महादेव नीलकंठ का मंदिर ऋषिकेश से 3500 मी की ऊंची पहाड़ी पर स्थित है।

  • यह योग और अध्यात्म का केंद्र है। यहां पर लोग अपने मानसिक एवं स्वास्थ्य पीड़ा को शांत करने के लिए आते हैं।
  • यहां पर होने वाली गंगा आरती लोगों को आत्मिक शांति प्रदान करती है, जो हर शारीरिक सुख दुख से परे होता है।

ध्यान और आध्यात्मिक:

बोधगया ( बिहार):– बोधगया, बौद्ध धर्म के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। बहुत गया में ही भगवान बुद्ध को 6 वर्षों की कड़ी अध्यात्म तपस्या से ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बोधगया ध्यान और आध्यात्मिक का केंद्र है। यहां पर आपको अनेक अनोखी चीज मिल जाएगी जो आपको इस माया के संसार को छोड़कर के अध्यात्म की ओर ले जाएगा।

  • बोधगया में भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा है अध्यात्म को बढ़ावा देती है ।

लद्दाख: उत्तर में कहां कारण पर्वत और दक्षिण में हिमालय के बीच स्थित यह लद्दाख की भूमि सालों साल बर्फ से ढकी होती है। अगर आप चाहते हैं कि अपना वीकेंड बर्फ में बताएं तो यह आपके लिए उच्च जगह होती है।

  • यात्रा के दौरान अपने सामानों का ख्याल रखें क्योंकि कहीं भी चोरी होने हो सकती है।
  • अपने इलेक्ट्रिक सामानों का काम से कम उपयोग करें और साथ में ही पावर बैंक लेकर चलें।
  • जब आप नए जहां पर चाहे तो वहां के कलर को अपनाने का प्रयास करें।
  • यात्रा के दौरान प्रयास करें कि नए लोगों से बातें करें एवं उनके जीवन शैली को अपनाए।

आपको हमारी यह ब्लॉग अछि लागि तो आप हमारे दूसरे ब्लॉग “The Modern Nomad’s Van Life: Blending Work and Wanderlust” को भी पढ़ सकते है |

निष्कर्ष(Conclusion):

जब भी आपको समय मिले तो घूमने निकल जाया कीजिए कभी देश के पुराने सभ्यता तो, कभी अपने स्वास्थ्य के लिए अध्यात्म योग की नगरी । अगर आपको स्वास्थ्य में कोई दिक्कत है तो आयुर्वेदिक उपचार हेतु केरला भी जा सकते है।
जितना आप बाहर घूमेंगे उतना आप बाहर के लोगों को समझेंगे।

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