Introduction
आज भारत या कहे तो विश्व भर सोशल मीडिया का दौर चल रहा है। एक कुछ साल पहले का दौर था जब लोग टेलीफोन, लैंडलाइन से बात किया करते थे, तो एक दौर ऐसा भी आया जो लोगों के पास कीपैड का फोन था परंतु आज का दौर कुछ इस तरह का है कि हर घर में हर व्यक्ति के पास एंड्रॉयड या आईफोन सेट फोन है। आज हम इस ब्लॉग में इसी के बारे में बात करेंगे कि आखिर The Dark Side of Influencer Culture की समस्या उत्पन्न क्यों हो रही है और क्या इसका निवारण हो सकता है।
- विगत 10 सालों में विश्व भर में काफी बदलाव हुए विश्व ने काफी कुछ अपने जीवन में उतार-चढ़ाव देखा। अभी हाल में 2020 में पूरा विश्व कोरोना महामारी से निकला है। कोरोना महामारी के बाद सोशल मीडिया से लगाव लोगों का बहुत बढ़ सा गया है।
Table of Contents
The Dark Side of Influencer Culture in India
- पहले के लोग शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूते थे, आज भी लोग शिक्षा के क्षेत्र में कई ऊंचाइयों को छूने हैं परंतु एक आज का दौर है जिसमें लोग अपने यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक में फ्लावर बढ़ाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। एक इंसान कुछ चंद फॉलोअर बढ़ाने के लिए अपने चेहरे पर लाखों पर का खर्च करता है, तो कोई एक नकली जिंदगी जीने का ढोंग करता है, जो बताता है की भारत मे The Dark Side of Influencer Culture बोहोत बढ़ गई है, तो कोई पैसे देकर के अपना फॉलोअर बढ़ाने की कोशिश करता है।
नकली फॉलोअर्स के जरिए लोगों को गुमराह करना(Misleading People Through Fake Followers):

- आज समाज में एक ऐसा ट्रेंड चल रहा है कि जिस भी यूजर का फॉलोअर ज्यादा होंगे वह एक सेलिब्रिटी के तौर पर देखा जाएगा। समाज में उसकी इज्जत एक बड़े अफसर से भी ज्यादा होगी।
- आज यह फ्लावर बढ़ाने की भूख लोगों को इतनी लग गई है कि फॉलोवर बढ़ाने के लिए एक व्यक्ति किसी भी हद तक जा सकता है, उसे न समाज की परवाह है न अपने पूर्वजों की कीर्ति की। यह भूख धीरे-धीरे इंसान के मस्तिष्क को खोखला कर दे रही है।
नकली फॉलोअर्स कैसे बढ़ता है:
- नकली फॉलोअर्स बढ़ाने के कई सारे उपाय जैसे कि कई सारे फेक अकाउंट बनाकर के अपने आईडी को फॉलो करना। यह दूसरा उपाय जो भी है कि पैसे देकर के फॉलो और लाइक्स करवाना। और उससे भी बड़ी बात यह है कि बोर्ड के जरिए अपना फॉलोअर्स को क्या दिखाना। ऐसा लोग सिर्फ अपने ईद को ज्यादा प्रभावशाली व आकर्षित दिखाने के लिए करते हैं। ताकि लोग उसको जाने और समाज में उसका बोल बाला बड़े।
- सोशल मीडिया एल्गोरिथम से बढ़ावा मिलना: सोशल मीडिया में एल्गोरिथम का बड़ा महत्व है। इंसान नकली फ्लावर बढ़ता ही है एल्गोरिथम के लिए।जब किसी कंटेंट क्रिएटर का फॉलोअर्स ज्यादा रहता है,तो ही उसकी वीडियो,या उसकी फोटो दूसरे फॉलोअर या फिर दूसरे व्यक्तियों के फीड में डालता है। जिससे कि उस कंटेंट क्रिएटर का वीडियो प्रमोट होता है। और जब उनकी वीडियो दूसरे के फीड में जाएगी तभी तो लोग इसको देखेंगे और रियल में इनके फ्लावर बढ़ेगा। और बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने वास्तु के प्रचार के लिए इनसे कांटेक्ट करेगी।
- कंपनी एवं ब्रांड के नुकसान: हर कंपनी चाहती है कि उसका प्रोडक्ट ज्यादा लोगों तक पहुंचे इसीलिए वह अधिक फॉलोवर वाले कंटेंट क्रिएटर है संपर्क करती है। और चुकी उनके फॉलोअर फेक होता है तो प्रोडक्ट भी ज्यादा लोगों तक पहुंच नहीं पता है और कंपनी को घाटा सहना पड़ता है।
- कंपनी भी इन जैसे कंटेंट क्रिएटर पर इस उम्मीद से एड करवाती है ताकि उनके फॉलोअर्स इन्हें देख करके उसे प्रोडक्ट का उपयोग करेंगे और कंपनी को फायदा होगा। खास करके ज्वेलरी, कपड़े ,मेकअप वाली कंपनियां सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर के लोगों से ऐड करवाती है, क्योंकि आज एक बड़ी आबादी सोशल मीडिया के क्रिएटर रहन-सहन, जीवन शैली, कार्य से प्रभावित है और उनके जैसा खुद को बनाना चाहता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव(Effects on Mental Health by The Dark Side of Influencer Culture)

- ऑनलाइन ट्रोलिंग और बुलीइंग: कभी कभी जाने या अनजाने में ऐसी गलती हो जाती है कि जिनसे इन्हें बहुत ट्रोल होना पड़ता है ,व्यूवर इनके ही वीडियो जा के बुलीइंग करते है।और तो और सालों में बनाए गए फॉलोवर एक मिनिट में कम हो जाता है। बुलीइंग के कारण कहीं क्रिएटर मानसिक रूप से बीमार हो जाते हैं, जिससे इनका मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव(Effects on Mental Health) होता है। हर इनफ्लुएंसर को सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रतिक्रियाएं झेलनी पड़ती है अगर वह एक अच्छा कंटेंट बनाते हैं तो मीडिया में की खूब वाह वाही होती है वहीं अगर कंटेंट खराब रहती हैं तो उनकी खूब बेज्जती भी की जाती है लोग उनके वीडियो में भर भर के गालियां देते हैं।
- Race for Perfection: इस दुनिया में हर क्रिकेटर चाहता है कि उसका रिच ज्यादा लोगों तक पहुंचे इसके लिए वह हर तरह से खुद को परफेक्ट बनाना चाहता है। इसके लिए काफी वह मेहनत भी करता है परंतु अगर वह रिच ज्यादा लोगों तक नहीं पहुंच पाता है तो लोग तनाव में आ जाते हैं। लोगों के सामने खुद को परफेक्ट दिखलाना यह एक बड़ी बीमारी होती जा रही है। वह खुद को परफेक्ट दिखाने के लिए अलग-अलग तरह के नुस्खे अपनाते हैं व दिखावा करते हैं।
- Extreme Happiness: जब किसी क्रिएटर का फ्लावर, व्यू,शेयर, लाइक्स बढ़ जाता है तो वह आवश्यकता से ज्यादा खुश हो जाता है। इस अवस्था में शरीर डोपामाइन हार्मोन रिलीज करता है। जब जब आप खुश होते है तो शरीर डोपामिन हार्मोन रिलीज करता है ये अच्छा है परंतु अत्यधिक कुछ ही जाना भी खतरनाक होता है, ये आगे चल कर लत बन सकता है।
फर्जी बातें, विवादित मामले और कानूनी करवाई(Fake Stories, Controversial Cases and Legal Action):

फर्जी बातें, विवादित मामले और कानूनी करवाई आजकल Influencers Culture मे बोहोत ज्यादा हो रही, जो The Dark Side of Influencer Culture है ।
- Fake Promotion: ऐसा कई बार देखा गया है कि कंटेंट क्रिएटर किसी कंपनी से पैसे लेकर के बिना किसी तत्व की पुष्टि किए प्रोडक्ट का प्रचार कर देती है, आगे चलकर के वह प्रोडक्ट से लोगों का काफी नुकसान होता है, यहां तक की कहानी की जान लेवा हो जाती है।
- Legal Matters and Disputes: सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर अपने-अपने शो में या अपने ऐड में ऐसी बातें कह देते हैं जिससे कि कुछ वर्ग, समुदाय अथवा जाती को इससे गहरा आघात पहुंचता है जो आगे चलकर उन्हें कानूनी कार्रवाई से गुजरना पड़ता है। स्थिति कभी-कभी इतनी खराब हो जाती है कि उस इनफ्लुएंसर को अपना शो भी बंद करना पड़ता है।
Solutions and Awareness for The Dark Side of Influencer Culture
- नकली फॉलोअर्स से बचने के लिए प्लेटफार्म को चाहिए कि AI की मदद से वह जांच पड़ताल करें और सही फॉलोअर्स दिखाएं ।
- जब कभी आप मानसिक रूप से स्वस्थ फील नहीं कर रहे हैं तो डॉक्टर से जाकर के मिले एवं उनसे अपनी दिक्कत साझा करे।
- क्रिएटर को कुछ भी ऐड करने से पहले प्रोडक्ट को वेरीफाई करना चाहिए जिससे कि उसके फॉलोअर सेफ रहे।
What is the dark side of influencers?
पहले के लोग शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूते थे, आज भी लोग शिक्षा के क्षेत्र में कई ऊंचाइयों को छूने हैं परंतु एक आज का दौर है जिसमें लोग अपने यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक में फ्लावर बढ़ाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। एक इंसान कुछ चंद फॉलोअर बढ़ाने के लिए अपने चेहरे पर लाखों पर का खर्च करता है, तो कोई एक नकली जिंदगी जीने का ढोंग करता है।
Why do influencers pretend to be rich?
इस दुनिया में हर क्रिकेटर चाहता है कि उसका रिच ज्यादा लोगों तक पहुंचे इसके लिए वह हर तरह से खुद को परफेक्ट बनाना चाहता है। इसके लिए काफी वह मेहनत भी करता है परंतु अगर वह रिच ज्यादा लोगों तक नहीं पहुंच पाता है तो लोग तनाव में आ जाते हैं। लोगों के सामने खुद को परफेक्ट दिखलाना यह एक बड़ी बीमारी होती जा रही है। वह खुद को परफेक्ट दिखाने के लिए अलग-अलग तरह के नुस्खे अपनाते हैं व दिखावा करते हैं।
What are fake influencers?
आज समाज में एक ऐसा ट्रेंड चल रहा है कि जिस भी यूजर का फॉलोअर ज्यादा होंगे वह एक सेलिब्रिटी के तौर पर देखा जाएगा। समाज में उसकी इज्जत एक बड़े अफसर से भी ज्यादा होगी।
आज यह फ्लावर बढ़ाने की भूख लोगों को इतनी लग गई है कि फॉलोवर बढ़ाने के लिए एक व्यक्ति किसी भी हद तक जा सकता है, उसे न समाज की परवाह है न अपने पूर्वजों की कीर्ति की। यह भूख धीरे-धीरे इंसान के मस्तिष्क को खोखला कर दे रही है।
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